Saturday, October 9, 2010

maut ke saaye...


this always reminds of the line - silence before the storm.
and the following lines sung by john abraham in the song - yeh hai meri kahani - from the movie zinda.

बजाय प्यार की शबनम मेरे गुलिस्तान  में
 बरसते रहते है  हर सिंत  मौत  के  साये
सियाहियों से  उलझ  पड़ती  हैं  मेरी  आँखें
कोई  नहीं  .. कोई  भी  नहीं  जो  बतलाये
कितनी  देर  उजालों  की  राह  देखे 
कोई  नहीं  है  कोई  भी   नहीं
न  पास  न   दूर
यह  प्यार  है
दिल  की  धड़कन
अपनी  चाहत  का   जो  एलान   किये  जाती  है
ज़िन्दगी  है  जो  जिए  जाती  है
खून 
 के  बूंद   पिए   जाती  है 
ख्वाब  काटों  से  सिये  जाती  है

1 comment:

Seema Deshpande said...

awesome pic anna :) There is normally a eerie silence
before something is about to kick off..